Google Workspace सेवा की खास शर्तें
इन सेवाओं की खास शर्तों का अनुवाद अन्य भाषाओं में देखने के लिए यहां क्लिक करें.
हाइलाइट किए गए जिन शब्दों की परिभाषा Google Workspace (इसे पहले G Suite कहा जाता था) सेवा की इन खास शर्तों में नहीं दी गई है उनका मतलब वही है जो Google Workspace की सेवाओं के शेड्यूल में दिया गया है. इस शेड्यूल में, Google Cloud के मुख्य कानूनी समझौते, Google Workspace for Education के कानूनी समझौते या Google Workspace की सेवाओं के इस्तेमाल पर लागू होने वाले अन्य कानूनी समझौते (हर मामले में, "कानूनी समझौता") की जानकारी दी गई है.
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1. डेटा क्षेत्र.
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1.1 प्राइमरी डेटा को सेव करने की जगह. सेक्शन 1.2 (AppSheet के प्राइमरी डेटा को सेव करने की जगह) के तहत, अगर ग्राहक, सेवाओं के इन-स्कोप वर्शन का इस्तेमाल कर रहा है, तो वह किसी डेटा क्षेत्र को इन कामों के लिए चुन सकता है (a) कॉन्फ़िगर की गई सेवा में इस्तेमाल किए जा रहे लोकेटेड डेटा को उस सेवा के तहत मंज़ूर की गई सीमा तक प्रोसेस करने के लिए और (b) लोकेटेड इनऐक्टिव डेटा को सेव करने के लिए. Google ऐसे डेटा को लागू कानून के मुताबिक प्रोसेस और सेव करेगा ("डेटा क्षेत्र नीति").
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1.2 AppSheet के प्राइमरी डेटा को सेव करने की जगह. AppSheet पर डेटा क्षेत्र नीति सिर्फ़ तब लागू होती है (भले ही, यह उन सेवाओं के इन-स्कोप वर्शन में शामिल हो), जब (a) ग्राहक AppSheet Enterprise Plus का इस्तेमाल करता है और (b) कोई असली उपयोगकर्ता किसी खास लोकेटेड डेटा को सेव करने के लिए उस डेटा क्षेत्र को चुनता है.
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1.3 सीमा. ग्राहक से जुड़े जिस डेटा पर डेटा क्षेत्र नीति लागू नहीं होती उसके लिए, Google इस तरह के डेटा को अपने पास या उन जगहों पर सेव कर सकता है जिन्हें मैनेज करने की ज़िम्मेदारी, Google या उसके सबप्रोसेसर की होती है. ऐसा Cloud डेटा प्रोसेसिंग अडेंडम के तहत किया जाएगा.
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1.4 परिभाषाएं.
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"लोकेटेड डेटा" का मतलब, यहां दी गई सेवा के तहत आने वाले, ग्राहक से जुड़े डेटा में शामिल इस प्राइमरी डेटा से है:
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(a) Gmail: ईमेल का विषय, मुख्य हिस्सा, अटैचमेंट, और ईमेल भेजने-पाने वाले लोगों के ईमेल पते, और अटैचमेंट.
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(b) Google Calendar: इवेंट के टाइटल और ब्यौरे, तारीखें, समय, बुलाए गए लोग, फ़्रीक्वेंसी, जगहों की जानकारी, और अटैचमेंट.
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(c) Google Chat: मैसेज (इसमें सामान्य मैसेज और ग्राहक के स्टेटस मैसेज शामिल हैं), अटैचमेंट, और चैट रूम के नाम.
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(d) Google Classroom (सिर्फ़ इनऐक्टिव डेटा सेव किया जाएगा): क्लास का टाइटल, क्लास की सूचनाएं, एजुकेटर के पोस्ट किए गए क्लास असाइनमेंट और संसाधन, ओरिजनैलिटी रिपोर्ट, क्लास के छात्र-छात्राओं और एजुकेटर की सूची, और छात्र-छात्राओं के ग्रेड.
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(e) Google Docs, Google Sheets, Google Slides, और Google Vids: फ़ाइल के मुख्य हिस्से का टेक्स्ट, एम्बेड की गई इमेज, ड्रॉइंग, और इससे जुड़े असली उपयोगकर्ता की टिप्पणियां.
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(f) Google Drive: Drive पर अपलोड की गई ओरिजनल फ़ाइल का कॉन्टेंट (इसमें टेक्स्ट, एम्बेड की गई इमेज, ड्रॉइंग, और इससे जुड़े असली उपयोगकर्ता की टिप्पणियां शामिल हैं).
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(g) Google Vault: Vault की मदद से एक्सपोर्ट किया गया डेटा.
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(h) AppSheet: ऐप्लिकेशन की परिभाषाएं, डेटा सोर्स के कॉन्फ़िगरेशन और ऐक्सेस टोकन, और AppSheet के डेटाबेस में ग्राहक से जुड़ा डेटा.
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(i) Google Forms (सिर्फ़ इनऐक्टिव डेटा सेव किया जाएगा): टेक्स्ट, एम्बेड की गई इमेज, जवाब, और ड्राफ़्ट किए गए जवाब.
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(j) Google Keep (सिर्फ़ इनऐक्टिव डेटा सेव किया जाएगा): नोट का टेक्स्ट और टाइटल, इमेज, ड्रॉइंग, और ऑडियो रिकॉर्डिंग.
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(k) Google Meet: मीटिंग की रिकॉर्डिंग (इसमें Google Drive में मौजूद चैट शामिल हैं), अटेंडेंस की रिपोर्ट, पोल के नतीजे, ट्रांसक्रिप्ट, और सवाल.
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(l) Google Sites (सिर्फ़ इनऐक्टिव डेटा सेव किया जाएगा): टेक्स्ट, एम्बेड की गई इमेज, साइट की एम्बेड की गई जानकारी, और एम्बेड की गई एचटीएमएल/सीएसएस/Javascripts.
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(m) Gemini in Workspace: उपयोगकर्ता के प्रॉम्प्ट और जनरेट किए गए आउटपुट.
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"डेटा क्षेत्र" का मतलब है :
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(a) AppSheet के मामले को छोड़कर यूरोप या अमेरिका; या
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(b) AppSheet के मामले में यूरोप.
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"इन-स्कोप वर्शन" में, ये वर्शन शामिल हैं:
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(a) G Suite Business
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(b) Google Workspace Enterprise Plus
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(c) Google Workspace for Education Standard
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(d) Google Workspace for Education Plus
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2. Google Vault. नीचे दी गई शर्तें सिर्फ़ Google Vault पर लागू होती हैं:
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2.1 निजी डेटा का रखरखाव ग्राहक की तय की गई, निजी डेटा के रखरखाव की अवधि या इससे जुड़े Google Vault लाइसेंस पर लागू ऑर्डर की अवधि खत्म होने की तारीख के बाद सेव किए गए, ग्राहक से जुड़े किसी भी डेटा के रखरखाव के लिए Google की कोई जवाबदेही नहीं है. ऐसा तब तक है, जब तक: (a) निजी डेटा के रखरखाव की ऐसी अवधि खत्म होने से पहले, ग्राहक निजी डेटा के रखरखाव की अवधि को आगे नहीं बढ़ा देता है या उससे जुड़ी सदस्यता का समय रिन्यू नहीं कर देता है; (b) लागू कानून या कानूनी प्रक्रिया, Google को डेटा मिटाने से नहीं रोकती हो या (c) डेटा पर ग्राहक ने अस्थायी रोक न लगाई हो.
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3. Google Workspace Essentials. नीचे दी गई शर्तें सिर्फ़ Google Workspace Essentials और Google Workspace Essentials Starter वर्शन पर लागू होती हैं. इसके बारे में यहां बताया गया है:
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3.1 सेवाएं इस्तेमाल न करने की वजह से या अपनी सुविधा के हिसाब से कानूनी समझौता खत्म करना. अगर ग्राहक Google Workspace Essentials Starter वर्शन का ऑर्डर देता है, तो इस वर्शन के ऐक्सेस को खत्म करने का अधिकार Google के पास होता है:
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(a) ऐसा करने से पहले Google, ग्राहक को 30 दिनों का नोटिस देगा. ऐसा तब होगा, जब नोटिस की तारीख से पहले लगातार 60 दिनों तक ग्राहक या उसके किसी भी असली उपयोगकर्ता ने Admin console को ऐक्सेस न किया हो या सेवाओं का इस्तेमाल न किया हो या
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(b) ग्राहक की सुविधा के हिसाब से, 90 दिनों का नोटिस भी दिया जा सकता है.
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3.2 तकनीकी सहायता सेवाएं. टीएसएस, Google Workspace Essentials Starter वर्शन के लिए उपलब्ध नहीं है.
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4. Cloud Search. नीचे दी गई शर्तें सिर्फ़ Cloud Search पर लागू होती हैं:
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4.1 तीसरे पक्ष के डेटा सोर्स. ग्राहक, Cloud Search Platform के साथ तीसरे पक्ष के डेटा सोर्स कैसे इस्तेमाल करेगा, यह नियमों और शर्तों के साथ ही ग्राहक और तीसरे पक्ष का डेटा सोर्स उपलब्ध कराने वाली कंपनी के बीच हुए कानूनी समझौतों पर निर्भर करता है और उनसे नियंत्रित होता है. इन पक्षों के बीच, ग्राहक ऐसे नियमों और शर्तों के लिए पूरी तरह ज़िम्मेदार होगा. इसमें Cloud Search Platform उपलब्ध कराते समय, Google को काम के डेटा सोर्स ऐक्सेस करने और उन्हें इस्तेमाल करने की अनुमति देना शामिल है.
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5. Cloud Identity सेवाएं. नीचे दी गई शर्तें, सिर्फ़ इस कानूनी समझौते के तहत उपलब्ध कराई गई Cloud Identity सेवाओं पर लागू होती हैं:
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5.1 लागू होने वाला कानूनी समझौता. अगर इस कानूनी समझौते के अलावा, ग्राहक ने इस खाते के तहत Cloud Identity सेवाओं का इस्तेमाल किया, तो वह Google Cloud Platform से जुड़े कानूनी समझौते ("GCP कानूनी समझौता") और/या https://cloud.google.com/terms/identity ("Cloud Identity की सेवा की शर्तें") पर मौजूद शर्तों पर निर्भर करेगा. ऐसे मामले में दस्तावेज़ों को इस क्रम में प्राथमिकता दी जाएगी: (a) यह कानूनी समझौता; (b) GCP कानूनी समझौता या (c) Cloud Identity की सेवा की शर्तें. यह सेक्शन इस कानूनी समझौते की समयसीमा खत्म होने या इसके रद्द होने पर भी बना रहेगा.
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5.2 अतिरिक्त परिभाषाएं.
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यहां "Google Cloud Platform" का मतलब, https://cloud.google.com/terms/services पर बताई गई उस समय की सेवाओं से है.
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6. सामान्य तौर पर उपलब्ध होने से पहले दिए जाने वाले ऑफ़र की शर्तें. Google Workspace की सुविधाओं, सेवाओं या सॉफ़्टवेयर के सामान्य तौर पर उपलब्ध होने से पहले, Google इनका ऐक्सेस ग्राहक को टेस्ट ऐप्लिकेशन के ज़रिए दे सकता है. Google Workspace की सेवाओं की खास जानकारी देने वाले दस्तावेज़, संसाधन या टेस्ट उपयोगकर्ता बनने के लिए आवेदन (इसके बारे में नीचे बताया गया है) में इन सुविधाओं, सेवाओं या सॉफ़्टवेयर को "अर्ली ऐक्सेस," "ऐल्फ़ा," "बीटा," "प्रीव्यू," "एक्सपेरिमेंटल," या इनसे मिलते-जुलते नाम से जाना जाता है. इन्हें एक साथ "Pre-GA ऑफ़र" कहा जाता है. हालांकि, Pre-GA ऑफ़र को सेवाएं नहीं माना जाता है, लेकिन ग्राहकों के लिए इनका इस्तेमाल, सेवाओं पर लागू होने वाले इस कानूनी समझौते की शर्तों पर निर्भर करता है, जैसा कि इस सेक्शन (सेक्शन 6) में संशोधित किया गया है.
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6.1 Pre-GA ऑफ़र का ऐक्सेस और इस्तेमाल.
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(a) Pre-GA ऑफ़र का ऐक्सेस. अगर Google ने अलग से कोई सूचना नहीं दी है, तो ग्राहक को Pre-GA ऑफ़र का इस्तेमाल करने के लिए टेस्ट उपयोगकर्ता बनने का आवेदन करना होगा. इसके लिए, उसे Admin console या Google के ("टेस्ट ऐप्लिकेशन") का इस्तेमाल करके आवेदन सबमिट करना होगा. अगर Google, ग्राहक को किसी भी Pre-GA ऑफ़र के लिए टेस्ट उपयोगकर्ता के तौर पर चुनता है, तो ग्राहक के लिए इसका इस्तेमाल, इस सेक्शन (सेक्शन 6) में दी गई शर्तों पर निर्भर करेगा. यह चुनाव, Google के डोमेन लेवल से जुड़ी उस समय लागू होने वाली शर्तों को ध्यान में रखकर किया जाएगा. Pre-GA ऑफ़र पर अतिरिक्त शर्तें ("टेस्ट उपयोगकर्ता बनने के आवेदन की खास शर्तें") लागू हो सकती हैं. अगर ऐसा होता है, तो इस ऑफ़र के किसी भी तरह के इस्तेमाल से पहले Google ग्राहक को टेस्ट ऐप्लिकेशन के ज़रिए या अलग से लिखित में सूचना देगा. इस सेक्शन (सेक्शन 6) में, टेस्ट उपयोगकर्ता बनने के आवेदन और उससे जुड़ी खास शर्तों के बारे में बताया गया है.
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(b) ग्राहक के टेस्ट डेटा का इस्तेमाल. नीचे दिए गए सेक्शन 6(d) (सरकारी ग्राहकों के लिए इस्तेमाल पर पाबंदी) और 6(e) (स्वास्थ्य की सुरक्षित जानकारी के लिए इस्तेमाल पर पाबंदी) के मुताबिक, Google और ग्राहक (इसमें ज़रूरी नोटिस, सहमति देना या सहमति लेना भी शामिल है) को पक्का करना होगा कि Google, ग्राहक से जुड़े ऐसे किसी भी डेटा (इसमें ग्राहक का निजी डेटा भी शामिल है) का इस्तेमाल कर सकता है जिसे ग्राहक या उसके असली उपयोगकर्ताओं ("ग्राहक का टेस्ट डेटा") ने किसी Pre-GA ऑफ़र के लिए भेजा, पाया, सेव या सबमिट किया है. Google इस डेटा का इस्तेमाल, उस Pre-GA ऑफ़र और उसके साथ इस्तेमाल होने वाले Google के किसी भी प्रॉडक्ट और सेवा को टेस्ट करने, डेवलप करने, बेहतर बनाने, उपलब्ध कराने, और उनका विश्लेषण करने के लिए कर सकता है. इसके लिए, Google इस कानूनी समझौते के गोपनीयता प्रावधानों और नीचे बताए गए प्रावधानों के अलावा, ग्राहक, किसी भी असली उपयोगकर्ता या तीसरे पक्ष के लिए जवाबदेह नहीं होगा या Google पर कोई पाबंदी नहीं होगी.
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अगर ग्राहक ने डेटा की सुरक्षा और उसे प्रोसेस करने के बारे में https://cloud.google.com/terms/data-processing-addendum (the "Cloud डेटा प्रोसेसिंग अडेंडम" या "सीडीपीए"), पर बताई गई शर्तों (ग्राहक से जुड़े डेटा के लिए Google की उस समय की शर्तें) को स्वीकार किया है या पक्षों ने इनके लिए किसी दूसरे तरीके से सहमति दी है, तो सेक्शन के उद्देश्यों के लिए सीडीपीए, Pre-GA ऑफ़र पर सीडीपीए, "सेवाओं" के तौर पर लागू होगा. साफ़ तौर पर कहा जाए, तो यह सेक्शन (सेक्शन 6) इस "कानूनी समझौते" का हिस्सा होगा. इसकी जानकारी, सीडीपीए के सेक्शन 5.2 (ग्राहक के लिए निर्देश) में दी गई है और इस पर ये संशोधन लागू होंगे:
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(i) ग्राहक यह स्वीकार करता है कि सीडीपीए के सेक्शन 6.1 (ग्राहक का डेटा मिटाना) के उद्देश्यों के लिए और लागू कानून के दायरे में, pre-GA ऑफ़र के काम करने के तरीके की वजह से, pre-GA ऑफ़र के समझौते की समयसीमा के दौरान ("Pre-GA की शर्त"), ग्राहक अपने टेस्ट डेटा को नहीं मिटा पाएगा. हालांकि, सीडीपीए के सेक्शन 6.2 (समझौते की समयसीमा खत्म होने के बाद डेटा मिटाना या वापस करना) के तहत, समयसीमा खत्म होने के बाद ग्राहक का टेस्ट डेटा मिटा दिया जाएगा;
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(ii) अगर टेस्ट से जुड़ी खास शर्तों में किसी और तरह से नहीं बताया गया हो, तो: (A) ग्राहक के अनुरोध पर, pre-GA ऑफ़र से जुड़े सब-प्रोसेसर (जैसा कि सीडीपीए में बताया गया है) की जानकारी, Google लिखित में उपलब्ध कराएगा. इसमें सब-प्रोसेसर के काम करने के तरीकों और जगह की जानकारी भी शामिल है और (B) Google, pre-GA ऑफ़र के समझौते की समयसीमा के दौरान, तीसरे पक्षों के उन नए सब-प्रोसेसर के जुड़ने की जानकारी ग्राहक को देगा जिनका इस्तेमाल करने के लिए Google का समझौता हुआ है. इसमें सब-प्रोसेसर के नाम और जगह की जानकारी के साथ ही उसकी गतिविधियां भी शामिल हैं. Google, ग्राहक को यह जानकारी उसके ईमेल पते पर देगा. सब-प्रोसेसर, ग्राहक का किसी भी तरह का टेस्ट डेटा प्रोसेस करना शुरू करे, उससे पहले ग्राहक को यह ईमेल भेजा जाएगा. अगर ग्राहक को सबप्रोसेसर नहीं चाहिए, तो वह एक खास विकल्प के तौर पर Pre-GA ऑफ़र का इस्तेमाल बंद कर सकता है.
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(c) डेटा की जगह की जानकारी या ऐक्सेस ट्रांसपेरंसी (पारदर्शिता) लागू नहीं होतीं. इस सेक्शन (सेक्शन 6) के तहत ग्राहक के जिस टेस्ट डेटा को प्रोसेस किया गया है उस पर, डेटा की जगह की जानकारी इस्तेमाल करने के लिए ज़रूरी शर्तें (जैसा कि सेवा की इन खास शर्तों के सेक्शन 1 (डेटा क्षेत्र) में बताया गया है) या ऐक्सेस ट्रांसपेरंसी (पारदर्शिता) सुविधा इस्तेमाल करने के लिए ज़रूरी शर्तें (जैसा कि https://support.google.com/a/answer/9230474 पर बताया गया है) लागू नहीं होंगी.
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(d) सरकारी ग्राहकों के लिए इस्तेमाल पर पाबंदी. जिन ग्राहकों की जानकारी नीचे दी गई है वे Pre-GA ऑफ़र के टेस्ट डेटा या एक्सपेरिमेंटल डेटा का ही इस्तेमाल कर सकते हैं. ये ग्राहक, "लाइव" या तैयार किया गया कोई भी डेटा तब ही इस्तेमाल कर पाएंगे, जब Google से लिखित में इसकी अनुमति मिली हो. इनमें राज्य, संघीय, राष्ट्रीय, क्षेत्रीय या स्थानीय सरकारों, नियामक इकाइयों या एजेंसियों के साथ ही संयुक्त राज्य अमेरिका या अन्य देशों के सरकारी ग्राहक शामिल हैं. इनमें शैक्षिक संस्थान शामिल नहीं हैं.
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(e) स्वास्थ्य की सुरक्षित जानकारी (पीएचआई) के इस्तेमाल पर पाबंदी. ग्राहक, हिपा (हेल्थ इंश्योरेंस पोर्टेबिलिटी ऐंड अकाउंटेबिलिटी ऐक्ट) में बताई गई स्वास्थ्य की सुरक्षित जानकारी (पीएचआई) को प्रोसेस करने के लिए, Pre-GA ऑफ़र का इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे.
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6.2 बदलना, निलंबित करना या बंद करना. Pre-GA ऑफ़र और उनकी कोई भी सुविधा, ग्राहक को पहले से नोटिस दिए बिना किसी भी समय बदली, निलंबित या बंद की जा सकती है.
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6.3 डिसक्लेमर. Pre-GA ऑफ़र 'जैसे हैं वैसे ही' उपलब्ध कराए जाते हैं. इनमें कोई दूसरी सुविधा या वारंटी शामिल नहीं होती. साथ ही, ये किसी भी एसएलए (सेवा स्तर समझौता) में शामिल नहीं किए जाते या Google इनसे होने वाले नुकसान की भरपाई नहीं करता. अगर Pre-GA ऑफ़र के लिए टेस्ट उपयोगकर्ता बनने के आवेदन की खास शर्तों में अलग से कुछ न बताया गया हो, तो Pre-GA ऑफ़र के लिए तकनीकी सहायता सेवाएं (टीएसएस) उपलब्ध नहीं होंगी.
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6.4 कानूनी जवाबदेही. Google, (a) समझौते में बताई गई कानूनी जवाबदेही की रकम या (b) 25,000 डॉलर (इनमें से जो भी कम हो) से ज़्यादा रकम चुकाने के लिए कानूनी तौर पर जवाबदेह नहीं होगा. पिछले वाक्य की किसी भी बात का असर, कानूनी समझौते में बताई गई जवाबदेही की सीमा से जुड़े अपवादों पर नहीं होगा. इनमें ये स्थितियां शामिल हैं: (1) लापरवाही की वजह से मृत्यु या शारीरिक चोट, (2) किसी तरह की धोखाधड़ी करना या धोखा देने के लिए गलत तरीके से कोई जानकारी पेश करना, (3) दूसरे पक्ष की बौद्धिक संपत्ति के अधिकारों का उल्लंघन या (4) ऐसे मामले जिनके लिए, लागू कानून के तहत कानूनी जवाबदेही से न तो बचा जा सकता है और न ही उसे सीमित किया जा सकता है.
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6.5 इस्तेमाल की सुविधा बंद करना. Google, ग्राहक को लिखित सूचना भेजकर, Pre-GA के इस्तेमाल की सुविधा को किसी भी समय बंद कर सकता है. साथ ही, वह अन्य ग्राहकों को Pre-GA को इस्तेमाल करने की अनुमति भी दे सकता है.
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7. डोमेन का ईमेल पता इस्तेमाल करके पुष्टि करना. नीचे दी गई अतिरिक्त शर्तें सिर्फ़ तब लागू होती हैं, जब इन सेवाओं को इस्तेमाल करने के लिए डोमेन नेम के बजाय डोमेन ईमेल पते की पुष्टि की जाती है:
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7.1 असली उपयोगकर्ताओं को न्योता देना. ग्राहक, डोमेन ईमेल पते वाले दूसरे उपयोगकर्ताओं को सेवाएं इस्तेमाल करने का न्योता भेज सकता है. अगर वे उपयोगकर्ता इन सेवाओं को इस्तेमाल करने के लिए ग्राहक का न्योता स्वीकार कर लेते हैं, तो इस कानूनी समझौते के तहत उन्हें ग्राहक का असली उपयोगकर्ता माना जाएगा.
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7.2 डोमेन नेम की पुष्टि करना.
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(a) पुष्टि करने वाले पक्ष को कंट्रोल मिलना. कोई भी इकाई या व्यक्ति किसी भी समय, डोमेन ईमेल पते से जुड़े डोमेन नेम की पुष्टि कर सकता है ("पुष्टि करने वाला पक्ष"). डोमेन नेम की पुष्टि होते ही, उस डोमेन नेम से जुड़े असली उपयोगकर्ता खातों और उनमें मौजूद सारे डेटा का मालिकाना हक और उनका कंट्रोल, पुष्टि करने वाले पक्ष को मिल जाएगा. डोमेन नेम की पुष्टि होने के बाद, ग्राहक और उसके सभी असली उपयोगकर्ताओं को इसकी सूचना दी जाएगी.
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(b) डोमेन नेम की पुष्टि होने के बाद, उससे जुड़े खातों को मैनेज करना. पुष्टि करने वाले पक्ष के पास ग्राहक के खाते और उससे जुड़े सभी असली उपयोगकर्ता खातों से जुड़ी कुछ अनुमतियां होंगी, जैसा कि इस दस्तावेज़ में बताया गया है.
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7.3 डेटा मिटाना. इन सेवाओं के काम करने के तरीके और उन्हें मैनेज करने के हिसाब से, ग्राहक या उसके असली उपयोगकर्ता, ग्राहक से जुड़ा डेटा मिटा सकते हैं या उसे एक्सपोर्ट कर सकते हैं. साथ ही, अपने असली उपयोगकर्ता खातों को भी मिटा सकते हैं. ऐसा वे तब तक कर सकते हैं, जब तक पुष्टि करने वाले पक्ष को डोमेन नेम और उससे जुड़े सभी असली उपयोगकर्ता खातों (इसमें ग्राहक खाता भी शामिल है) का मालिकाना हक और कंट्रोल नहीं मिलता. पुष्टि करने वाले पक्ष को डोमेन नेम और उससे जुड़े सभी असली उपयोगकर्ता खातों (इसमें ग्राहक खाता भी शामिल है) का मालिकाना हक और कंट्रोल मिलने के बाद, Cloud डेटा प्रोसेसिंग अडेंडम से अलग किसी शर्त के लागू होने के बावजूद, हो सकता है कि ग्राहक और उसके असली उपयोगकर्ता, असली उपयोगकर्ता खातों को मिटा न पाएं. ऐसा भी हो सकता है कि वे सेवाओं को मैनेज करने के लिए ग्राहक से जुड़ा कोई भी ज़रूरी डेटा न तो मिटा पाएं और न ही एक्सपोर्ट कर पाएं.
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7.4 डेटा प्रोसेसिंग से जुड़ा निर्देश. अगर पुष्टि करने वाले पक्ष को डोमेन नेम और उससे जुड़े सभी असली उपयोगकर्ता खातों (इसमें ग्राहक खाता भी शामिल है) का मालिकाना हक और कंट्रोल मिलने से पहले, ग्राहक किसी भी डेटा को मिटाने या एक्सपोर्ट करने की कार्रवाई नहीं करता है, तो Cloud डेटा प्रोसेसिंग अडेंडम के सेक्शन 6.2 (समझौते की समयसीमा खत्म होने के बाद डेटा मिटाना या वापस करना) के तहत, ग्राहक स्वीकार करता है कि सेवा की ये खास शर्तें, Google के लिए ग्राहक के खास निर्देशों के तौर पर शामिल की गई हैं, जैसे कि (a) Google इस कानूनी समझौते के खत्म होने के बाद, ग्राहक से जुड़ा ऐसा सारा डेटा संभाल कर रखेगा जिसे कानूनी समझौता खत्म होने से पहले मिटाया नहीं गया है. इसकी जानकारी, सेक्शन 7.6 (डोमेन की पुष्टि होने के बाद, कानूनी समझौता खत्म करना) में दी गई है और (b) ग्राहक का वह सारा डेटा, पुष्टि करने वाले पक्ष को उपलब्ध कराएगा जिसे संभाल कर रखा गया है.
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7.5 मैनेज करने के लिए सहमति. जहां लागू हो, ग्राहक इनकी मंज़ूरी देने के लिए अपनी सहमति दे सकता है: (a) पुष्टि करने वाले पक्ष के पास, कानूनी समझौते के मुताबिक डेटा का ऐक्सेस होता है और क्षमताएं होती हैं, और (b) Google, कानूनी समझौते के मुताबिक डेटा का ऐक्सेस और क्षमताएं, पुष्टि करने वाले पक्ष को उपलब्ध कराएगा.
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7.6 डोमेन की पुष्टि होने के बाद कानूनी समझौता खत्म करना. अगर पुष्टि करने वाला पक्ष कोई तीसरा पक्ष है, तो उसे डोमेन नेम और उससे जुड़े सभी असली उपयोगकर्ता खातों (इसमें ग्राहक खाता भी शामिल है) का मालिकाना हक और कंट्रोल मिलने पर, यह कानूनी समझौता अपने-आप खत्म हो जाएगा. साफ़ शब्दों में कहा जाए, तो यह सेक्शन असली उपयोगकर्ता के ऐसे किसी भी अधिकार पर असर नहीं डालता है जो पुष्टि करने वाले पक्ष ने उसे Google Workspace कानूनी समझौते (अलग से किया गया समझौता) के तहत दिया हो.
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7.7 सेवाओं के इस्तेमाल की सीमाएं. ऐसा हो सकता है कि कुछ सेवाएं, सुविधाएं, और फ़ंक्शन, डोमेन नेम की पुष्टि होने से पहले उपलब्ध न हों.
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8. Google Telephony की सेवाएं. नीचे दी गई शर्तें सिर्फ़ (i) Google Voice और (ii) Google Meet की मदद से आउटबाउंड कॉल करने और इनबाउंड कॉल स्वीकार करने ("Google Meet Telephony") पर लागू होती हैं. इस सेक्शन (सेक्शन 8) के उद्देश्यों के लिए, Google Voice और Google Meet Telephony को एक साथ "Google Telephony की सेवाएं" कहा जाता है. इन शर्तों में आपातकालीन सेवाओं की सीमाओं के बारे में ज़रूरी जानकारी दी गई है. कृपया ध्यान से पढ़ें:
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8.1 Google Telephony की सेवाओं से जुड़े पक्ष और उनके कानूनी समझौते का फ़ॉर्मैट.
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(a) Google Telephony की सेवा देने वाली कंपनी. लागू सेवा और Telephony की सेवाएं देने वाली कंपनियों की सूची में मौजूद, Google से जुड़ी कंपनी (ऐसी कंपनी, हर मामले में "Google Telephony की सेवा देने वाली कंपनी" या "GTSP" है), ग्राहकों को Google Telephony की लागू सेवाएं उपलब्ध कराएगी.
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(b) Google Telephony कानूनी समझौते का फ़ॉर्मैट. इस कानूनी समझौते के तहत GTSP, Google से जुड़ी हुई एक कंपनी है न कि Google. सिर्फ़ Google Telephony की लागू सेवाओं के संबंध में Google, GTSP का एक अधिकृत एजेंट है और इसकी तरफ़ से कानूनी समझौता करता है. इसके मुताबिक:
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(i) अगर ग्राहक, इस कानूनी समझौते के तहत ली गई अन्य सेवाओं के साथ, Google Telephony की कोई भी सेवा लेता है, तो यह माना जाएगा कि इस कानूनी समझौते की अन्य शर्तों (इसमें सीडीपीए और जवाबदेही की सीमाएं भी शामिल हैं) के साथ-साथ सेक्शन 8.1 में बताई गई शर्तें, एक अलग कानूनी समझौते ("Google Telephony कानूनी समझौता") का हिस्सा हैं. इस पर संबंधित GTSP (GTSP की तरफ़ से, अधिकृत एजेंट के रूप में Google) और ग्राहक ने सिर्फ़ Google Telephony की सेवाओं के लिए करार किया है. ऐसा, सेक्शन 8.1 की बाकी शर्तों के हिसाब से होगा.
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(ii) Google Telephony कानूनी समझौता उस तारीख से लागू होता है जब ग्राहक, Google Telephony की सेवाएं लेता है. इस समझौते की शर्तों के मुताबिक, सेवाएं समय से पहले तब तक खत्म नहीं हो सकतीं, जब तक (A) Google Telephony से जुड़ा कानूनी समझौता शर्तों के मुताबिक खत्म नहीं किया जाता या (B) इस कानूनी समझौते को रद्द नहीं किया जाता या इसकी समयसीमा खत्म नहीं हो जाती. Google Telephony कानूनी समझौता, सिर्फ़ Google Telephony की सेवाओं के मामले में कानूनी समझौते की जगह लागू होगा.
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(iii) Google Telephony कानूनी समझौते के लिए, "कानूनी समझौताt" वाले सभी संदर्भ "Google Telephony कानूनी समझौता"; से बदल जाएंगे. "Google" की जगह "GTSP"; ले लेगी और "सेवाएं" या "मुख्य सेवाएं" बदलकर "Google Telephony सेवाएं" हो जाएंगी. अगर ये संदर्भ, सेवाओं की खास जानकारी और सेवा की इन खास शर्तों के इस सेक्शन 8 में दिए गए हैं, तो वहां ये बदलाव लागू नहीं होंगे.
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(iv) ग्राहक, Google Telephony की सेवाओं से जुड़े अधिकार और फ़ायदे, कानूनी समझौते के मुताबिक सिर्फ़ GTSP के लिए लागू कर सकते हैं, न कि Google के लिए. साथ ही, इस कानूनी समझौते के तहत, ग्राहक सिर्फ़ GTSP के लिए जवाबदेह होगा, न कि Google के लिए. हालांकि, इसमें लागू होने वाले सभी शुल्क चुकाने की जवाबदेही भी शामिल है.
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(v) इस कानूनी समझौते से कुछ भी अलग होने के बावजूद, Google Telephony कानूनी समझौते की किसी भी अन्य शर्त के (इनमें, "मेल न खाने वाली शर्तें" सेक्शन और सीडीपीए का "प्राथमिकता" ), सेक्शन 8.1 से मेल न खाने पर, सेक्शन 8.1 की शर्तें लागू होंगी.
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(vi) Google Telephony कानूनी समझौते में शामिल कोई भी पक्ष, "कानूनी समझौते की अवधि और समझौता खत्म होना" सेक्शन में बताई गई शर्तों से अलग किसी अन्य स्थिति में भी यह समझौता खत्म कर सकता है. अगर ग्राहक, Google Voice का इस्तेमाल बंद करता है, तो Google Telephony कानूनी समझौता अपने-आप खत्म हो जाएगा. इसकी जानकारी, सेक्शन 8.10 (ग्राहक का Google Voice का इस्तेमाल बंद करना) में दी गई है.
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(c)अलग-अलग क्षेत्रों में लागू शर्तें. अलग-अलग क्षेत्रों में लागू शर्तों को Google Telephony कानूनी समझौते में शामिल किया गया है. ये शर्तें, किसी असली उपयोगकर्ता के देश में Google Voice के इस्तेमाल के लिए तय की गई शर्तों के मुताबिक लागू होती हैं.
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8.2 Google Telephony की सेवाओं का ऐक्सेस देना.
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(a) डेटा का इस्तेमाल.
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(i) डेटा इकट्ठा करना और उसका इस्तेमाल. GTSP, ग्राहक से जुड़े डेटा को Google Telephony की सेवाओं से जुड़ी निजता नीति के मुताबिक इकट्ठा और इस्तेमाल करेगा. इसकी जानकारी https://workspace.google.com/terms/service-terms/voice/privacy_disclosure.html पर दी गई है.
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(ii) सदस्यों की डायरेक्ट्री. GTSP, डायरेक्ट्री सेवाओं को अपने ग्राहकों या असली उपयोगकर्ताओं के Google Voice नंबर तब तक नहीं देगा, जब तक कोई ग्राहक ऐसा करने का अनुरोध न करे या कानून के मुताबिक ऐसा करना ज़रूरी न हो.
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(b) Telephony की सेवाएं देने वाली कंपनियां.
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(i) GTSP से जुड़ी ऐसी कंपनियां जो Telephony की सेवाएं देती हैं. सेवा और Telephony की सेवाएं देने वाली कंपनी की सूची में दी गई जानकारी के मुताबिक, Google Telephony की सेवाएं देने के लिए, GTSP अपनी सहयोगी कंपनियों का इस्तेमाल कर सकता है.
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(ii) Telephony की सेवा देने वाली ऐसी कंपनियां जो GTSP की सहयोगी नहीं हैं. GTSP और उसकी सहयोगी कंपनियां, तीसरे पक्ष के उन सबकॉन्ट्रैक्टर ("Telephony की सेवा देने वाली कंपनियां") के साथ काम करती हैं जो Google के नहीं हैं. ऐसा इस वजह से किया जाता है, ताकि जहां लागू हो वहां इनबाउंड और आउटबाउंड टेलीफ़ोन कॉल को पब्लिक स्विच्ड टेलीफ़ोन नेटवर्क (पीएसटीएन) का इस्तेमाल करके रूट किया जा सके. Telephony की सेवा देने वाली कंपनियों के नाम और उनकी जगह की जानकारी, सेवा और Telephony की सेवा देने वाली कंपनी की सूची में दी गई है. ग्राहक, Google Telephony की सेवाओं का इस्तेमाल करके GTSP, उससे जुड़ी कंपनियों, और Telephony की सेवाएं देने वाली कंपनियों को ऐसा करने के लिए कहता है:
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(1) जहां लागू हो वहां आउटबाउंड और इनबाउंड टेलीफ़ोन कॉल रूट करना और
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(2) ग्राहक से जुड़े डेटा को इंडिपेंडेंट कंट्रोलर के तौर पर उन देशों में प्रोसेस करना जहां वे मौजूद हैं:
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(A) इस रूटिंग के लिए ज़रूरी कम से कम सीमा तक और
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(B) लागू कानूनों के मुताबिक प्रोसेस करना. इन कानूनों में, डेटा की सुरक्षा से जुड़े यूरोप के कानून और टेलीकम्यूनिकेशन के नियम भी शामिल हैं.
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साफ़ तौर पर कहा जाए, तो Telephony की सेवाएं देने वाली कंपनियां, सबप्रोसेसर नहीं होतीं. इसकी जानकारी, सीडीपीए में दी गई है.
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8.3 पैसे चुकाने की अतिरिक्त शर्तें.
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(a) Google Telephony की सेवाओं से जुड़े इनवॉइस. ग्राहक या असली उपयोगकर्ताओं से, Google Telephony की सेवाओं के इस्तेमाल पर लागू शुल्क और अन्य कीमतें अलग से ली जाती हैं. इन्हें Google Workspace की अन्य सेवाओं के इनवॉइस में शामिल नहीं किया जाता. साथ ही, ये शुल्क और कीमतें Google Telephony कानूनी समझौते की पैसे चुकाने की शर्तों के मुताबिक तय होती हैं.
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(b) कॉल करने की दर. शुल्कों के अलावा, अगर लागू हो, तो ग्राहक को इस्तेमाल के आधार पर कॉल के लिए GTSP को पैसे देने होंगे. यह रकम, उस समय कॉल करने की मौजूदा दरों के हिसाब से तय की जाती है.
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(c) टैक्स. Google Telephony कानूनी समझौते से पूरी तरह से अलग होने के बावजूद, ग्राहक को सभी लागू टैक्स चुकाने होंगे. भले ही उसके पास टैक्स में छूट पाने का कोई सर्टिफ़िकेट हो. Google Telephony की सेवाओं का इस्तेमाल करने वाले असली उपयोगकर्ता के इनवॉइस में जोड़े गए टैक्स में वे टैक्स भी शामिल हो सकते हैं जो किसी दूसरे देश में Google Telephony की सेवाओं का इस्तेमाल करने पर वहां की टैक्स अथॉरिटी ने असली उपयोगकर्ता पर लगाए हों.
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8.4 Google Voice के इस्तेमाल से जुड़ी ज़रूरी शर्तें और GTSP डिसक्लेमर.
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(a) Google Voice को इस्तेमाल करने की ज़रूरी शर्तें. यह सेक्शन 8.4(a) सिर्फ़ Google Voice पर लागू होता है, Google Meet Telephony पर नहीं. Google Voice का इस्तेमाल करने के लिए अलग ब्रॉडबैंड या मोबाइल डेटा कनेक्शन होना ज़रूरी हो सकता है. साथ ही, असली उपयोगकर्ता को ऐसे डिवाइस की ज़रूरत भी हो सकती है जो कम से कम, ज़रूरी तकनीकी शर्तों को पूरा करता हो. देश से बाहर या कोई अन्य रोमिंग सेवा इस्तेमाल करने के लिए, Google Voice, असली उपयोगकर्ताओं से उनके मोबाइल नेटवर्क ऑपरेटर के ज़रिए ज़्यादा शुल्क ले सकता है.
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(b) GTSP डिसक्लेमर. GTSP, Google Telephony की सेवाओं में इन वजहों से होने वाली किसी भी तरह की रुकावट या गड़बड़ी के लिए ज़िम्मेदार नहीं है: (i) ग्राहक के डेटा कनेक्शन, (ii) Telephony की सेवा देने वाली कंपनियों के नेटवर्क या (iii) ग्राहक या असली उपयोगकर्ता के डिवाइसों के काम करने में किसी तरह की देरी होती है, गड़बड़ी होती है या वे कुछ समय के लिए उपलब्ध नहीं होते. अगर कोई असली उपयोगकर्ता अपने मोबाइल डिवाइस पर Google Telephony की सेवाओं का इस्तेमाल करता है, तो मोबाइल नेटवर्क ऑपरेटर से खरीदे गए उसके वॉइस और इंटरनेट डेटा का इस्तेमाल किया जा सकता है.
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8.5 Google Voice के साथ मिलने वाली सुविधाएं. यह सेक्शन 8.5 सिर्फ़ Google Voice पर लागू होता है, Google Meet Telephony पर नहीं.
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(a) फ़ोन नंबर असाइन करना और उनकी उपलब्धता. Google Voice जहां फ़ोन नंबर असाइन करने की अनुमति देता है वहां ये शर्तें लागू होंगी:
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(i) फ़ोन नंबर चालू करने के लिए GTSP, ग्राहक से ऐसी जानकारी इकट्ठा कर सकता है जो लागू टेलीकम्यूनिकेशन नियमों के मुताबिक ज़रूरी हो. इसमें, ग्राहक का सेवा पता और टैक्स आईडी भी शामिल है,
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(ii) कुछ देशों में यह ज़रूरी है कि सेवा का पता, असाइन किए जाने वाले फ़ोन नंबर के क्षेत्र से मेल खाए,
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(iii) ऐसा हो सकता है कि अनुरोध करने पर फ़ोन नंबर तुरंत चालू न हो, और
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(iv) जो फ़ोन नंबर इस्तेमाल में नहीं हैं वे ग्राहक के खाते से हटाए जा सकते हैं.
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(b) नंबर पोर्ट करना. ग्राहक, सेवा देने वाली दूसरी कंपनियों के अपने मौजूदा फ़ोन नंबरों को Google Voice पर पोर्ट कर सकते हैं. हालांकि, उन नंबरों को ही पोर्ट किया जा सकता है जिन्हें Google Voice, नंबर असाइन करने की पेशकश करता है. असाइन किए गए नंबर, नीचे बताए गए सेक्शन 8.5(b)(i) और (ii) के मुताबिक सेवा देने वाली दूसरी कंपनी को जारी किए जा सकते हैं.
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(i) ग्राहक की जवाबदेही. ग्राहक इन बातों के लिए ज़िम्मेदार है: (A) पोर्ट करने के अनुरोध के साथ GTSP को दी गई जानकारी का सही होना; (B) पोर्ट करने का शुल्क, जिसमें बाकी नंबर और प्लान के शुल्क भी शामिल हैं; और (C) लागू होने वाले कानूनों के मुताबिक, पोर्ट होने तक GTSP पर किसी नंबर से जुड़ा बकाया शुल्क.
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(ii) सेवा खत्म होना. असली उपयोगकर्ता का लाइसेंस रद्द या खत्म होने के बाद, GTSP उसका Google Voice नंबर बंद कर सकता है. ऐसा तब होता है, जब ग्राहक कोई लाइसेंस रद्द या खत्म होने से पहले, सेवा देने वाली किसी दूसरी कंपनी पर नंबर को पोर्ट नहीं करता है.
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(c) कॉलर आईडी. तकनीकी तौर पर संभव होने पर Google Voice, असली उपयोगकर्ताओं के डिवाइसों पर ग्राहक का Google Voice नंबर दिखाने की अनुमति देता है. असली उपयोगकर्ता कोई कॉल करते समय या हमेशा के लिए, नंबर दिखाने की यह सुविधा बंद कर सकते हैं. तकनीकी वजहों से, GTSP सभी मामलों में Google Voice नंबर दिखाना बंद नहीं कर सकता. इसमें, आपातकालीन नंबर भी शामिल हैं.
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(d) फ़ोन नंबर ब्लॉक करना. ग्राहक के अनुरोध पर GTSP, खास फ़ोन नंबरों, नंबर रेंज या खास तरह के नंबरों पर कॉल करने के लिए Google Voice के इस्तेमाल को ब्लॉक या अनब्लॉक कर सकता है. इसमें, अतिरिक्त शुल्क देकर मिलने वाली सेवाएं भी शामिल हैं. ऐसा तभी किया जा सकता है, जब यह तकनीकी तौर पर संभव हो.
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(e) कॉल रिकॉर्डिंग. Google Voice, असली उपयोगकर्ताओं को टेलीफ़ोन पर हो रही बातचीत रिकॉर्ड करने की सुविधा दे सकता है. ग्राहक यह स्वीकार करता है कि वह और उसके असली उपयोगकर्ता, टेलीफ़ोन पर होने वाली बातचीत को बिना सहमति के रिकॉर्ड नहीं करेंगे. ऐसा तब करना होगा, जब इस तरह की सहमति, लागू होने वाले नियमों या कानूनों के हिसाब से ज़रूरी हो.
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8.6 Google Telephony की सेवाओं के इस्तेमाल की सीमाएं. Google Telephony की सेवाएं इन सुविधाओं को शामिल नहीं कर सकतीं:
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(a) ऑपरेटर की मदद से डायल करने और छोटे कोड पर कॉल करने की सुविधा. इन कॉल के लिए, अतिरिक्त शुल्क लग सकते हैं,
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(b) "कलेक्ट" या "चार्जबैक" कॉल की सुविधा या
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(c) सहायता कॉल या कुछ नंबर, जैसे कि प्रीमियम दर वाले नंबरों पर कनेक्ट करने की सुविधा.
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8.7 Google Voice के इस्तेमाल पर पाबंदी लगाना. यह सेक्शन 8.7 सिर्फ़ Google Voice पर लागू होता है, Google Meet Telephony पर नहीं. ग्राहक किसी ऐसे व्यक्ति को नंबर असाइन नहीं करेगा, ऐक्सेस नहीं देगा या Google Voice का इस्तेमाल नहीं करने देगा जिसकी उम्र उस अधिकार क्षेत्र में लागू कानून के मुताबिक, कानूनी सहमति के लिए ज़रूरी उम्र से कम हो. GTSP उन खातों को निलंबित या हमेशा के लिए बंद कर सकता है जिन्हें ऐसे लोग इस्तेमाल करते हैं.
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8.8 आपातकालीन सेवाएं. सब-सेक्शन 8.8(a) सिर्फ़ Google Meet Telephony पर लागू होता है, Google Voice पर नहीं. सेक्शन 8.8 के अन्य सभी सब-सेक्शन ((b) - (f)) सिर्फ़ Google Voice पर लागू होते हैं, Google Meet Telephony पर नहीं.
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(a) वन-वे डायलिंग. Google Meet Telephony की वन-वे डायलिंग सुविधाओं का इस्तेमाल करने वाले असली उपयोगकर्ताओं को आपातकालीन सेवाओं को कॉल करने या उनसे कॉल पाने की सुविधा नहीं मिलेगी. ग्राहक को यह पक्का करना होगा कि असली उपयोगकर्ता किसी अन्य तरीके से आपातकालीन सेवाओं को कॉल कर पाएं.
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(b) टू-वे डायलिंग. आपातकालीन सेवाओं को कॉल करने की सुविधा, Google Voice पर काम करती है. Telephony की आईपी आधारित आपातकालीन डायलिंग सेवाओं की कुछ सीमाएं हैं. ये सेवाएं पारंपरिक आपातकालीन डायलिंग सेवाओं से अलग तरह से काम करती हैं. इस बारे में नीचे दिए गए प्रावधानों में बताया गया है. देशों के हिसाब से अतिरिक्त सीमाओं की जानकारी, क्षेत्रीय शर्तों में दी गई है. ग्राहक, आपातकालीन सेवाओं के लिए किए गए कॉल के बारे में नीचे दी गई शर्तों को समझता है और इन पर अपनी सहमति देता है:
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(i) आपातकालीन डायलिंग सेवा के बारे में जानकारी. Google Voice की टू-वे डायलिंग सुविधा के असली उपयोगकर्ता, आपातकालीन सेवाओं को बिना किसी शुल्क के कॉल कर सकते हैं और उनके कॉल पा सकते हैं. असली उपयोगकर्ता की जगह के आधार पर, आपातकालीन सेवाएं अलग-अलग हो सकती हैं. असली उपयोगकर्ता की ओर से आपातकालीन सेवाओं को कॉल करने पर, GTSP आपातकालीन सेवा के लिए कॉल करने वाले ऑपरेटर को असली उपयोगकर्ता का वह फ़ोन नंबर और पता उपलब्ध कराएगा जो ग्राहक ने Google को दिया है. नीचे सेक्शन 8.8(d) (ग्राहक की जवाबदेही) देखें. असली उपयोगकर्ताओं से अपनी जगह की जानकारी और उस नंबर की पुष्टि के लिए कहा जा सकता है जिस पर उन्हें वापस कॉल किया जा सके, क्योंकि हो सकता है कि आपातकालीन सेवाओं के ऑपरेटर के पास यह जानकारी न हो.
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(ii) आपातकालीन डायलिंग सेवा की सीमाएं. Google Voice की आपातकालीन डायलिंग सेवा पर ये सीमाएं लागू होती हैं: (A) इंटरनेट या बिजली से जुड़ी समस्या होने पर हो सकता है कि यह सेवा उपलब्ध न हो, (B) आपातकालीन कॉल को पब्लिक सेफ़्टी आंसरिंग पॉइंट से कनेक्ट करने में, सामान्य तौर पर आपातकालीन सेवाओं को कॉल करने की तुलना में ज़्यादा समय लग सकता है. साथ ही, लाइन व्यस्त होने का सिग्नल मिलने या कॉल न लगने की स्थिति भी हो सकती है, (C) ऐसा हो सकता है कि आपातकालीन कॉल, पीएसएपी से सही तरीके से कनेक्ट हो जाएं, लेकिन असली उपयोगकर्ता का फ़ोन नंबर या जगह की जानकारी अपने-आप ट्रांसमिट न हो और आपातकालीन कॉल की सेवा देने वाला ऑपरेटर वापस कॉल न कर पाए, (D) अगर असली उपयोगकर्ता, रोमिंग में होने पर आपातकालीन कॉल करता है, तो वह कॉल, असली उपयोगकर्ता के रजिस्टर किए गए पते से जुड़े स्थानीय पीएसएपी पर रूट हो सकता है. ग्राहक, असली उपयोगकर्ताओं को सलाह देंगे कि वे रोमिंग के समय नेटिव डायलर का इस्तेमाल करें, (E) बधिर, कम सुनने वाले या ऐसे असली उपयोगकर्ता जिन्हें बोलने में दिक्कत होती है उन्हें टेलीटाइपराइटर (टीटीवाई) या टेलीकम्यूनिकेशन रिले सेवा की मदद से सीधे स्थानीय आपातकालीन सेवाओं को कॉल करना चाहिए, न कि 711 या इसके जैसे किसी दूसरे स्थानीय नंबर पर, (F) अगर असली उपयोगकर्ताओं के खाता नंबर से कई डिवाइस जुड़े हुए हैं, तो हो सकता है कि (1) पीएसएपी से आने वाले कॉल हर डिवाइस पर न जाएं और (2) आपातकालीन कॉल की सेवा देने वाले ऑपरेटर को ऐसा फ़ोन नंबर दिखे जो असली उपयोगकर्ता का निजी फ़ोन नंबर न हो, (G) अगर असली उपयोगकर्ता ने इनकमिंग कॉल की सुविधा बंद की हुई है, तो हो सकता है कि पीएसएपी से उसे वापस कॉल न कर पाए, (H) अगर Google Voice की मदद से कॉल न लगे, तो आपातकालीन कॉल करने के लिए, असली उपयोगकर्ताओं को अपने डिवाइस के नेटिव डायलर का इस्तेमाल करने के लिए कहा जा सकता है, और (I) कॉल करने की इस सेवा का इस्तेमाल करने पर आपातकालीन कॉल करने की सुविधा उपलब्ध नहीं होती है, अगर (1) Google Voice सेवा का इस्तेमाल सिर्फ़ इनबाउंड कॉल के लिए किया जा रहा है या (2) नेटिव डायलर का इस्तेमाल करके कॉल करने पर असली उपयोगकर्ता को, मोबाइल और इंटरनेट सेवा देने वाली कंपनी के वॉइस नेटवर्क से कॉल किए जाएं.
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(c) आपातकालीन सेवाओं को मैसेज भेजना. आपातकालीन सेवाओं को मैसेज करने की सुविधा शायद Google Voice पर काम न करे. Google Voice में मौजूद, आपातकालीन सेवा को मैसेज करने की सुविधा शायद वाई-फ़ाई नेटवर्क पर काम न करे.
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(d) ग्राहक की जवाबदेही. सेक्शन 8.8(b) (टू-वे डायलिंग) के मुताबिक, ग्राहक इन बातों के लिए ज़िम्मेदार है: (i) पक्का करना कि Google Voice पर उसके सभी असली उपयोगकर्ताओं का रजिस्टर किया गया पता, उनके घर या ऑफ़िस का वह मौजूदा पता हो जहां वे Google Voice इस्तेमाल करेंगे. अगर मौजूदा पते की सही जानकारी रजिस्टर नहीं की जाती है, तो आपातकालीन सेवाओं के लिए संपर्क करने पर असली उपयोगकर्ता, गलत केंद्र से कनेक्ट हो सकते हैं. ऐसी स्थिति में, उन्हें आपातकालीन मदद मिलने में देरी हो सकती है, (ii) अपने असली उपयोगकर्ताओं को बताना कि उनके घर या ऑफ़िस का पता, Telephony की सेवाएं देने वाली कंपनियों के साथ शेयर किया जाएगा, (iii) अपने असली उपयोगकर्ताओं को बताना कि पीएसएपी से कनेक्ट होने के बाद, उन्हें अपना पता और वह नंबर देना पड़ सकता है जिस पर उन्हें वापस कॉल किया जा सके, (iv) पक्का करना कि असली उपयोगकर्ताओं के पास आपातकालीन सेवाओं को कॉल करने के अन्य तरीकों का ऐक्सेस हो, और (v) अपने असली उपयोगकर्ताओं को आपातकालीन डायलिंग सेवाओं की सीमाओं के बारे में जानकारी देना. ग्राहक support.google.com/voice/go/emergency-services पर जाकर, चेतावनी लेबल को डाउनलोड करके प्रिंट कर सकते हैं, ताकि उसे Google Voice ऐक्सेस करने के लिए इस्तेमाल होने वाले सभी डिवाइसों पर चिपकाया जा सके.
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(e) खतरे की चेतावनी. अगर डिवाइस सिर्फ़ वाई-फ़ाई वाले मोड पर सेट हैं या सेल्युलर सेवा मौजूद नहीं है, तो शायद Google Voice से खतरे की चेतावनियां न मिलें.
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(f) आपातकालीन सेवाओं की जवाबदेही से जुड़ा डिसक्लेमर. कानून के मुताबिक, ज़्यादा से ज़्यादा सीमा तक, अगर आपातकालीन सेवाओं को ऐक्सेस करने के लिए, Google Voice का इस्तेमाल या इस्तेमाल करने की कोशिश करने पर किसी भी तरह का नुकसान (इसमें सीधे तौर पर या सीधे पता न चलने वाला नुकसान भी शामिल है) होता है, तो Google Telephony कानूनी समझौते (कानूनी समझौते, लापरवाही के चलते किसी भी तरह का नुकसान होने पर या किसी अन्य वजह से) के तहत, GTSP और इससे जुड़ी किसी भी कंपनी की कोई भी कानूनी जवाबदेही नहीं होगी. इस नुकसान की कई वजहें हो सकती हैं. जैसे: आपातकालीन सेवाओं को ऐक्सेस करने में किसी तरह की समस्या आना, आपातकालीन सेवा के जवाब देने में देरी होना, जवाब देने वाले केंद्र या ऑपरेटर का बर्ताव या Telephony की सेवाएं देने वाली कंपनियों या GTSP से जुड़े ऐसे तीसरे पक्ष या कंपनियों की ओर से गलत जानकारी देना जो आपातकालीन सेवाएं उपलब्ध कराती हैं.
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8.9 निलंबन. Google Telephony कानूनी समझौते में बताए गए निलंबन के अधिकारों के अलावा GTSP, Google Telephony की सेवाओं का इस्तेमाल करके किए गए मैसेज या इनकमिंग और आउटगोइंग कॉल को ब्लॉक कर सकता है. GTSP ऐसा तब कर सकता है, जब उसे यह पता चले कि ग्राहक या किसी भी असली उपयोगकर्ता ने Google Telephony की सेवाओं का इस्तेमाल, एक साथ कई मैसेज, अपने-आप भेजे जाने वाले मैसेज या अनचाहे व्यावसायिक मैसेज जनरेट करने या भेजने की सुविधा देने के लिए किया है.
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8.10 ग्राहक की ओर से Google Voice का इस्तेमाल बंद करना. यह सेक्शन 8.10 सिर्फ़ Google Voice पर लागू होता है, Google Meet Telephony पर नहीं. कानूनी समझौते को खत्म करने के किसी भी अन्य अधिकार के अलावा, ग्राहक किसी भी समय Google Voice का इस्तेमाल बंद कर सकता है. ग्राहक, GTSP को लिखित नोटिस देकर ऐसा कर सकता है. कानूनी समझौता खत्म होने पर, ग्राहक को Google Voice का इस्तेमाल तुरंत बंद कर देना चाहिए.
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8.11 अतिरिक्त परिभाषाएं.
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अगर किसी ऑफ़लाइन दस्तावेज़ में "Google Voice की सेवा देने वाली कंपनी" या "GVSP," की जानकारी दी गई है, तो उन्हें "Google Telephony की सेवाएं देने वाली कंपनी" या "GTSP" माना जाएगा, जैसा कि सेवा की इन खास शर्तों और Google Telephony के कानूनी समझौते में बताया गया है.
9. Google एसआईपी लिंक.
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9.1 Google एसआईपी लिंक की अतिरिक्त शर्तें. ग्राहक के Google एसआईपी लिंक इस्तेमाल करने पर, ये शर्तें लागू होती हैं:
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(a) एसआईपी की सेवा देने वाली कंपनी को ही ग्राहक के फ़ोन नंबर पोर्ट करने होंगे.
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(b) ग्राहक इस बात को स्वीकार करता है और इसकी सहमति देता है कि Google, ग्राहक के ट्रंक कॉन्फ़िगरेशन या फ़ोन नंबर के मालिकाना हक की पुष्टि करने के लिए उसे कॉल कर सकता है. ग्राहक ऐसे कॉल के साथ-साथ ऑटोमेटेड सिस्टम (कार्रवाइयों को अपने-आप पूरा करने वाला सिस्टम) से आने वाले कॉल के लिए भी सहमति देता है.
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(c) यह पक्का करने की ज़िम्मेदारी ग्राहक की है कि Google एसआईपी लिंक से उपयोगकर्ता, जितने भी कॉल आपातकालीन सेवाओं को करेगा उन्हें एसआईपी की सेवा देने वाली कंपनी के ज़रिए रूट किया जाएगा. इसके अलावा, ग्राहक को एसआईपी की सेवा देने वाली कंपनी के ज़रिए आपातकालीन सेवाओं से मदद पाने के लिए, अपनी जगह की जानकारी या पते को अपडेट करना होगा.
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(d) आसान शब्दों में कहा जाए, तो एसआईपी की सेवाएं देने वाली कंपनियां, सबप्रोसेसर नहीं होती हैं. इसकी जानकारी, 'Cloud डेटा प्रोसेसिंग अडेंडम' में दी गई है.
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9.2 अतिरिक्त परिभाषाएं.
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"एसआईपी की सेवा देनी वाली कंपनी" का मतलब, ग्राहक को टेलीफ़ोन की सेवा देने वाली उस कंपनी से है जिसके लिए Google Voice की ज़रूरत नहीं होती. यह ग्राहक के अलग-अलग सबसिस्टम और उपकरणों को एक सिस्टम में इंटीग्रेट करने वाली कंपनी, मोबाइल और इंटरनेट की सेवा देने वाली कंपनी या टेलीफ़ोन की सेवा देने वाली कोई अन्य कंपनी हो सकती है.
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10. Google Drive. ये शर्तें सिर्फ़ Drive पर लागू होती हैं:
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10.1 कॉन्टेंट डिस्ट्रिब्यूट करने के लिए, Google Drive का इस्तेमाल. Google Drive का इस्तेमाल, कॉन्टेंट डिस्ट्रिब्यूशन नेटवर्क के तौर पर नहीं किया जाना चाहिए. अगर Google को ऐसा लगता है कि Google Drive के इस्तेमाल से उचित इस्तेमाल की नीति (एयूपी) का उल्लंघन हो रहा है या उसे किसी भी तरह के उल्लंघन और गैरकानूनी कार्रवाई के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है, तो Drive के इस्तेमाल और ऐक्सेस पर पाबंदी लगाई जा सकती है. इसके अलावा, वीडियो या अन्य कॉन्टेंट को एक साथ बड़ी संख्या में डिस्ट्रिब्यूट करने के मामलों में भी यह पाबंदी लगाई जा सकती है. अगर Google Drive से होस्ट किए गए किसी वीडियो को ग्राहक के डोमेन से बाहर सार्वजनिक तौर पर शेयर किया जाता है, तो YouTube के कम्यूनिटी दिशा-निर्देशों का पालन करना ज़रूरी है. इन दिशा-निर्देशों को https://www.youtube.com/howyoutubeworks/policies/community-guidelines/ पर या इसकी जगह पर इस्तेमाल होने वाले किसी दूसरे यूआरएल पर देखा जा सकता है.
11. AppSheet. ये शर्तें सिर्फ़ AppSheet पर लागू होती हैं:
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11.1 कानूनी समझौते का दायरा. यह कानूनी समझौता (जिसमें सेवा की ये शर्तें शामिल हैं) सिर्फ़ तब लागू होता है, जब ग्राहक के असली उपयोगकर्ता अपने असली उपयोगकर्ता खातों से AppSheet का इस्तेमाल करते हैं. यह कानूनी समझौता उस AppSheet प्लान पर लागू नहीं होगा जिसे https://www.appsheet.com से खरीदा गया है.
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11.2 AppSheet का एडमिनिस्ट्रेशन. अगर ग्राहक के AppSheet प्लान में अतिरिक्त मैनेजमेंट कंट्रोल शामिल हैं (इनके बारे में https://about.appsheet.com/pricing/ पर बताया गया है), तो उसे AppSheet के मैनेजमेंट और एडमिनिस्ट्रेशन के लिए अतिरिक्त कंट्रोल मिलेंगे. ये कंट्रोल, AppSheet के लिए खास तौर से चुने गए एडमिन के लिए उपलब्ध होंगे.
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11.3 पेमेंट की शर्तें. "शुल्क" की परिभाषा में संशोधन किया गया है. अब शुल्क का मतलब, उस समय लागू मौजूदा शुल्कों से है जो https://solutions.appsheet.com/pricing पर दिए गए हैं. हालांकि, यह परिभाषा तब लागू होगी, जब किसी अडेंडम या ऑर्डर फ़ॉर्म में साफ़ तौर पर किसी और बात पर सहमति न हो.
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11.4 डेटा सोर्स. अगर ग्राहक किसी डेटा सोर्स के साथ सेवाओं का इस्तेमाल करता है, तो उसे ग्राहक और डेटा सोर्स उपलब्ध कराने वाली कंपनी के बीच तय नियमों और शर्तों का पालन करना होगा. साथ ही, डेटा सोर्स के इस्तेमाल पर उसी कंपनी का कंट्रोल रहेगा. Google और ग्राहक के बीच में, इन नियमों और शर्तों के पालन के लिए पूरी तरह से ग्राहक ज़िम्मेदार होगा. इसमें AppSheet की सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए, Google को काम के डेटा सोर्स ऐक्सेस करने और उन्हें इस्तेमाल करने की अनुमति देना भी शामिल है.
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11.5 AppSheet सॉफ़्टवेयर. अगर Google, ग्राहक को AppSheet सॉफ़्टवेयर (इसमें तीसरे पक्ष का सॉफ़्टवेयर भी शामिल हो सकता है) उपलब्ध कराता है, तो Google उसे इस सॉफ़्टवेयर से कोई नया ऐप्लिकेशन बनाने और उसका इस्तेमाल करने के लिए रॉयल्टी-फ़्री (जब तक Google ने अलग से कुछ न बताया हो) लाइसेंस देता है, ताकि ग्राहक अपना ऐप्लिकेशन असली उपयोगकर्ताओं के लिए उपलब्ध करा सके. ग्राहक को इस लाइसेंस में कोई खास अधिकार नहीं मिलते और न ही इसे ट्रांसफ़र किया जा सकता है. साथ ही, इसका इस्तेमाल कानूनी समझौते में तय अवधि तक ही किया जा सकता है. Google, ग्राहक को सूचना देकर सॉफ़्टवेयर के इस्तेमाल पर अतिरिक्त पाबंदियां लगा सकता है. ग्राहक के AppSheet सॉफ़्टवेयर को एक्सपोर्ट, फिर से एक्सपोर्ट, ट्रांसफ़र या इस्तेमाल करने पर यह कानूनी समझौता लागू होता है. इसमें सेवाओं के इस्तेमाल पर लागू होने वाली पाबंदियां और अनुपालन से जुड़ी जवाबदेही भी शामिल है. ये सभी शर्तें AppSheet सॉफ़्टवेयर पर लागू होती हैं. साथ ही, एक्सपोर्ट कंट्रोल से जुड़े कानूनों के तहत, तीसरे पक्ष के लाइसेंस के नियम और शर्तें भी लागू हो सकती हैं. Google और ग्राहक के बीच में, AppSheet सॉफ़्टवेयर में बौद्धिक संपत्ति के सभी अधिकार Google के पास बरकरार रहते हैं. हर पक्ष इसका प्रतिनिधि है और इस बात का समर्थन करता है कि वह AppSheet सॉफ़्टवेयर के प्रावधान या उसके इस्तेमाल (जो भी लागू हो) पर लागू होने वाले सभी नियमों और कानूनों का पालन करेगा. कानूनी समझौते में साफ़ तौर पर जो बताया गया है उसे छोड़कर, AppSheet सॉफ़्टवेयर "जैसा है" वैसा ही उपलब्ध कराया जाता है. इसमें न तो कोई दूसरी सुविधा मिलती है और न ही अलग से किसी तरह की वारंटी शामिल होती है.
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11.6 पैसे चुकाए बिना लिए गए वर्शन.
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(a) सीमाएं. AppSheet के मुफ़्त वर्शन पर कुछ सीमाएं लागू होती हैं. इन वर्शन के लिए तकनीकी सहायता सेवाएं (टीएसएस) उपलब्ध नहीं होती हैं. साथ ही, ऐसा हो सकता है कि मुफ़्त वर्शन के लिए AppSheet की कुछ सुविधाएं उपलब्ध न हों. अगर AppSheet के मुफ़्त वर्शन का इस्तेमाल करने पर कोई नुकसान होता है, तो Google उसकी भरपाई के लिए जवाबदेह नहीं होता है.
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(b) सेवाएं इस्तेमाल न करने की वजह से ऐक्सेस खत्म करना. Google, 30 दिन पहले सूचना देकर किसी भी असली उपयोगकर्ता के लिए AppSheet के मुफ़्त वर्शन का ऐक्सेस खत्म करने का अधिकार सुरक्षित रखता है. Google ऐसा तब कर सकता है, जब असली उपयोगकर्ता ने 60 दिन तक (i) AppSheet को ऐक्सेस न किया हो या (ii) ग्राहक के किसी भी ऐप्लिकेशन का इस्तेमाल न किया हो.
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11.7 AppSheet की सेवाएं बंद करना. Google, AppSheet सेवा या उससे जुड़ी अहम सुविधा को बंद करने के कम से कम 12 महीने पहले, ग्राहक को इसकी सूचना देगा. अगर Google इस सेवा या सुविधा की जगह पर इसी तरह की कोई दूसरी सेवा या सुविधा उपलब्ध कराता है, तो सूचना नहीं दी जाएगी. इस सेक्शन 11.7 (AppSheet की सेवाएं बंद करना) में ऐसा कुछ भी नहीं है जो लागू कानून का पालन करने, सुरक्षा से जुड़े बड़े जोखिम को दूर करने या ज़रूरी आर्थिक या अहम तकनीकी दिक्कतों से बचने के लिए, Google को ज़रूरी बदलाव करने से रोकता हो या उसकी क्षमता को सीमित करता हो.
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11.8 तकनीकी सहायता.
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(a) संशोधन. "Google Workspace की तकनीकी सहायता सेवाओं (टीएसएस) संबंधी दिशा-निर्देश" या "टीएसएस के दिशा-निर्देश" की परिभाषा में संशोधन किया गया है. अब इसका मतलब https://www.appsheet.com/Home/TSSG पर दिए गए, उस समय के AppSheet Support Services संबंधी दिशा-निर्देशों से है.
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(b) ग्राहक के ऐप्लिकेशन. ग्राहक अपने ऐप्लिकेशन के लिए, तकनीकी सहायता उपलब्ध कराने का ज़िम्मेदार है.
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11.9 अतिरिक्त परिभाषाएं.
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"AppSheet सॉफ़्टवेयर" का मतलब, डाउनलोड किए जा सकने वाले ऐसे टूल, सॉफ़्टवेयर डेवलपमेंट किट या अन्य कंप्यूटर सॉफ़्टवेयर से है जिन्हें Google ने AppSheet के साथ इस्तेमाल करने के लिए उपलब्ध कराया है. इसका मतलब उन अपडेट से भी है जो Google इस तरह के AppSheet सॉफ़्टवेयर में समय-समय पर कर सकता है.
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"ग्राहक के ऐप्लिकेशन" का मतलब, ऐसे सॉफ़्टवेयर प्रोग्राम से है जिसे ग्राहक, AppSheet का इस्तेमाल करके बनाता है या होस्ट करता है.
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"डेटा सोर्स" का मतलब, Google या तीसरे पक्ष के डेटा सोर्स से है. इनके बारे में https://www.appsheet.com/Home/StartWithData पर जानकारी दी गई है.
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12. Workspace में जनरेटिव एआई की सेवाएं. नीचे दी गई शर्तें सिर्फ़ Workspace में जनरेटिव एआई की सेवाओं पर लागू होती हैं:
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12.1 डिसक्लेमर. Workspace में जनरेटिव एआई की सेवाएं (a) विकसित हो रही टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करती हैं, (b) गलत या आपत्तिजनक आउटपुट जनरेट कर सकती हैं, और (c) ऐसा कॉन्टेंट उपलब्ध करा सकती हैं जो Google के विचारों का प्रतिनिधित्व न करता हो. जनरेट किया गया आउटपुट, ग्राहक की किसी भी नियामक, कानूनी या अन्य जवाबदेही को पूरा करने के इरादे से तैयार नहीं किया गया है. साथ ही, चिकित्सा, कानूनी, वित्तीय या अन्य प्रोफ़ेशनल सलाह के विकल्प के तौर पर इसका इस्तेमाल या इस पर भरोसा नहीं किया जाना चाहिए.
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12.2 जनरेट किया गया मिलता-जुलता आउटपुट. ग्राहक स्वीकार करता है कि Workspace में जनरेटिव एआई की सेवाएं, कुछ मामलों में कई ग्राहकों को जनरेट किया गया एक जैसा या मिलता-जुलता आउटपुट उपलब्ध करा सकती हैं.
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12.3 इस्तेमाल पर पाबंदी से जुड़ी नीति. Workspace में जनरेटिव एआई की सेवाओं का मकसद पूरा करने के लिए, 'इस्तेमाल पर पाबंदी से जुड़ी नीति' को उचित इस्तेमाल की नीति (एयूपी) में शामिल किया गया है. यह नीति https://policies.google.com/terms/generative-ai/use-policy पर मौजूद है. इसमें समय-समय पर बदलाव किया जा सकता है.
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12.4 इस्तेमाल पर पाबंदी. ग्राहक खुद ऐसा कुछ नहीं करेगा और न ही असली उपयोगकर्ताओं को ऐसा करने की अनुमति देगा: जनरेट किए गए आउटपुट का इस्तेमाल (a) Workspace में जनरेटिव एआई की सेवाओं या Google Workspace की अन्य सेवाओं के साथ प्रतिस्पर्धा करने वाले मॉडल विकसित करने के लिए ज़रूरी इनपुट के रूप में, या (b) Google Workspace की सेवाओं या उनके मॉडल की रिवर्स इंजीनियरिंग करने या उनके कॉम्पोनेंट निकालने के लिए (लागू कानून के मुताबिक जिन मामलों में ऐसी पाबंदी लगाने पर साफ़ तौर पर रोक है उन्हें छोड़कर).
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12.5 सेवाओं का इस्तेमाल और उनकी उपलब्धता. ग्राहक समझता है और सहमत है कि (a) Google ने जो सीमाएं तय की हैं उनके अलावा वह किसी भी तरीके से Workspace में जनरेटिव एआई की सेवाओं का इस्तेमाल नहीं करेगा, न ही असली उपयोगकर्ताओं को ऐसा करने की अनुमति देगा, और (b) Workspace में जनरेटिव एआई की सेवाओं का इस्तेमाल उनकी उपलब्धता पर निर्भर करेगा. इनके बारे में https://support.google.com/a?p=gemini_terms पर बताया गया है.
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12.6 उम्र से जुड़ी पाबंदियां. ग्राहक, 18 साल से कम उम्र के असली उपयोगकर्ताओं को Workspace में जनरेटिव एआई की सेवाएं इस्तेमाल करने की अनुमति नहीं देगा. पहले जो बताया गया है उसके बावजूद, अगर ग्राहक के पास Google Workspace for Education Fundamentals, Google Workspace for Education Standard या Google Workspace for Education Plus की सदस्यता है, तो इस सेक्शन 12.6 (उम्र से जुड़ी पाबंदियां) के तहत, 18 साल से कम उम्र के असली उपयोगकर्ताओं को इस कानूनी समझौते की शर्तों के मुताबिक Gemini for Education और NotebookLM का ऐक्सेस और उसे इस्तेमाल करने की अनुमति दे सकता है. साथ ही, ग्राहक को ऐसे इस्तेमाल और ऐक्सेस से जुड़े लागू कानूनों के तहत अपनी ज़िम्मेदारियों का पालन करना होगा और वह इन ज़िम्मेदारियों के लिए जवाबदेह बना रहेगा. इनमें Cloud डेटा प्रोसेसिंग अडेंडम में परिभाषित निजता कानून भी शामिल हैं. ग्राहक भले ही Google Workspace for Education के ऊपर दिए गए वर्शन में से किसी एक का इस्तेमाल कर रहा हो, फिर भी 18 साल से कम उम्र के असली उपयोगकर्ता Google AI Pro for Education (और Gemini for Education और NotebookLM के साथ उपलब्ध कराई गई Google AI Pro for Education की बेहतर आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस सुविधाओं) को ऐक्सेस नहीं कर सकते. इसके बारे में https://support.google.com/gemini/answer/14620100 के बारे में बताया गया है.
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12.7 स्वास्थ्य सेवाओं में एआई के इस्तेमाल से जुड़ी पाबंदियां. ग्राहक मेडिकल सलाह देने, उपचार या डायग्नोसिस करने जैसे क्लिनिकल कामों के लिए, Workspace में जनरेटिव एआई की सेवाओं का इस्तेमाल नहीं करेगा, न ही असली उपयोगकर्ताओं को ऐसा करने की अनुमति देगा. इन सेवाओं का इस्तेमाल उन मामलों में भी नहीं किया जा सकता जिन्हें कोई स्वास्थ्य सेवा, क्लिनिकल, मेडिकल या अन्य रेगुलेटरी अथॉरिटी (नियामक प्राधिकरण) मैनेज करती है या ज़रूरी क्लीयरेंस/मंज़ूरी देती है. हालांकि, नॉन-क्लीनिकल, रिसर्च, टास्क शेड्यूल करने या एडमिन से जुड़े अन्य कामों के लिए, इन सेवाओं के इस्तेमाल पर पाबंदी नहीं है.
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12.8 उल्लंघन के संदिग्ध मामले. Google ऊपर दिए गए सब-सेक्शन (12.4) से लेकर (12.7) के आधार पर, उल्लंघन के संदिग्ध मामलों में Workspace में जनरेटिव एआई की सेवाएं इस्तेमाल करने के ग्राहक के अधिकार को तुरंत निलंबित या खत्म कर सकता है.
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12.9 पाबंदियां. ऊपर दिए गए सब-सेक्शन (12.6) और (12.7) में मौजूद पाबंदियों को लागू कानूनी समझौते के तहत, "पाबंदियां" या "इस्तेमाल पर पाबंदियां" माना जाएगा.
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12.10 अन्य मामलों में, नुकसान की भरपाई के लिए Google की जवाबदेही.
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(a) जनरेट किया गया आउटपुट. कानूनी समझौते के तहत, Google उन आरोपों के मामलों में भी नुकसान की भरपाई करने के लिए जवाबदेह होगा जिनमें यह दावा किया गया होगा कि नुकसान की भरपाई करने वाली जनरेटिव एआई सेवा से जनरेट किया गया ओरिजनल (जिसमें कोई बदलाव न किया गया हो) आउटपुट, तीसरे पक्ष के बौद्धिक संपत्ति के अधिकारों का उल्लंघन करता है. यह सब-सेक्शन (a) इन मामलों में (जनरेट किया गया आउटपुट) लगाए गए आरोप पर तब लागू नहीं होता है: (i) जब ग्राहक ऐसा आउटपुट जनरेट करता है या उसका इस्तेमाल करता है जिसके बारे में उसे पता था या पता होना चाहिए था कि उससे तीसरे पक्ष के बौद्धिक संपत्ति के अधिकारों का उल्लंघन हो सकता है, (ii) जब ग्राहक, Google की ओर से उपलब्ध कराए गए उन सोर्स के उद्धरण, फ़िल्टर, निर्देश या अन्य टूल को दरकिनार कर देता है, अनदेखा कर देता है, और गच्चा दे देता है जिनका उद्देश्य जनरेट किए गए आउटपुट को ज़िम्मेदारी से इस्तेमाल करने में ग्राहक की मदद करना है, (iii) जब ग्राहक, कॉपीराइट का अधिकार रखने वाले व्यक्ति/इकाई या उसके अधिकृत एजेंट से उल्लंघन की सूचना मिलने के बाद भी जनरेट किए गए आउटपुट का इस्तेमाल करता है या (iv) जब ग्राहक, जनरेट किए गए आउटपुट का इस्तेमाल व्यापार या वाणिज्य के ऐसे मामलों में करता है जहां ट्रेडमार्क से जुड़े अधिकार का उल्लंघन होता है. "नुकसान की भरपाई करने वाली जनरेटिव एआई सेवा" का मतलब उन सेवाओं या सुविधाओं से है जिनकी जानकारी https://cloud.google.com/terms/generative-ai-indemnified-services पर दी गई है. ग्राहक इन सेवाओं या सुविधाओं को इस्तेमाल करने के लिए Google को पैसे चुकाता है. इन्हें क्रेडिट या फ़्री टीयर प्लान के तहत इस्तेमाल नहीं किया जा सकता.
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(b) ट्रेनिंग डेटा. कानूनी समझौते के तहत, Google उन मामलों में भी नुकसान की भरपाई करने के लिए जवाबदेह होगा जिनमें कोई तीसरा पक्ष दावा करता है कि जनरेटिव एआई मॉडल को ट्रेनिंग देने के लिए, Google ने जिस डेटा का इस्तेमाल किया है उससे उसके बौद्धिक संपत्ति के अधिकारों का उल्लंघन होता है. हालांकि, जनरेट किए गए कुछ आउटपुट के लिए, Google नुकसान की भरपाई नहीं करेगा. ऐसे मामलों के बारे में, ऊपर सब-सेक्शन (a) (जनरेट किया गया आउटपुट) में बताया गया है.
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12.11 मॉडल की ट्रेनिंग से जुड़ी पाबंदी. Google, ग्राहक की पहले से ली गई अनुमति या निर्देश के बिना उसके डेटा का इस्तेमाल, Google Workspace की जनरेटिव एआई सेवाओं में काम करने वाले किसी भी जनरेटिव आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस मॉडल को ट्रेनिंग देने या बेहतर बनाने के लिए नहीं करेगा.
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12.12 अतिरिक्त परिभाषाएं.
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"जनरेट किया गया आउटपुट" वह डेटा या कॉन्टेंट होता है जिसे ग्राहक या उसके असली उपयोगकर्ता अपने Workspace खाते से, Workspace में जनरेटिव एआई की सेवाओं का इस्तेमाल करके जनरेट करते हैं या पाते हैं. यह तब जनरेट होता है, जब इन सेवाओं के ज़रिए ग्राहक या उसके असली उपयोगकर्ता प्रॉम्प्ट के तौर पर कोई डेटा या कॉन्टेंट सबमिट करते हैं. जनरेट किया गया आउटपुट, ग्राहक से जुड़ा डेटा होता है. ग्राहक और Google के बीच हुए समझौते के मुताबिक, Google जनरेट हुए आउटपुट में किसी भी नई बौद्धिक संपत्ति पर अधिकार का दावा नहीं करेगा.
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"Workspace में जनरेटिव एआई की सेवाओं" में (i) Workspace में Gemini (पहले इसे Gemini for Google Workspace कहा जाता था) और (ii) Google Workspace सेवाओं की अन्य जनरेटिव आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस सुविधाएं या फ़ंक्शन शामिल हैं.
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13. उपयोगकर्ता अनुभव से जुड़ी रिसर्च. अगर कोई ग्राहक, Google Workspace के लिए Google Cloud के उपयोगकर्ता अनुभव से जुड़े रिसर्च प्रोग्राम में अपना नाम रजिस्टर करता है, तो उसकी भागीदारी पर, Google Cloud के उपयोगकर्ता अनुभव से जुड़े रिसर्च पैनल के अतिरिक्त दस्तावेज़ में दी गई शर्तें लागू होंगी. इनकी जानकारी https://cloud.google.com/terms/user-experience-research पर दी गई है.
14. क्लाइंट-साइड एन्क्रिप्शन. Google और ग्राहक के बीच, एन्क्रिप्शन कुंजी को मैनेज करने वाली जिस बाहरी सेवा को ग्राहक ने चुना है उससे जुड़े सभी मामलों के लिए ग्राहक पूरी तरह ज़िम्मेदार होगा. इसमें क्लाइंट-साइड एन्क्रिप्शन में इस्तेमाल की जाने वाली वे सभी एन्क्रिप्शन कुंजियां भी शामिल हैं जो उस सेवा से जनरेट की जाती हैं. सीडीपीए में किसी तरह का प्रावधान होने के बावजूद, एन्क्रिप्शन कुंजी के खो जाने, चोरी हो जाने या उसमें कोई गड़बड़ी होने पर Google, किसी भी एन्क्रिप्शन कुंजी या उससे एन्क्रिप्ट (सुरक्षित) किए गए ‘ग्राहक से जुड़े डेटा’ को वापस नहीं ला पाएगा. क्रिप्टोग्राफ़िक कुंजी को मैनेज करने वाली बाहरी सेवा में कोई रुकावट आने या उसका ऐक्सेस न होने पर, सभी लागू सेवाओं के लिए क्लाइंट-साइड एन्क्रिप्शन की सुविधा इस्तेमाल नहीं की जा सकेगी.
15. इलेक्ट्रॉनिक हस्ताक्षर. नीचे दी गई शर्तें सिर्फ़ Google Docs और Google Drive में इलेक्ट्रॉनिक हस्ताक्षर की सुविधा पर लागू होती हैं ("इलेक्ट्रॉनिक हस्ताक्षर"):
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15.1 इलेक्ट्रॉनिक हस्ताक्षर की सुविधा वाले वर्शन. इलेक्ट्रॉनिक हस्ताक्षर की सुविधा Google Workspace के इन वर्शन में उपलब्ध है:
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(a) Google Workspace Business के सभी वर्शन (Google Workspace Business Starter को छोड़कर),
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(b) Google Workspace Enterprise के सभी वर्शन,
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(c) Google Workspace Essentials के सभी वर्शन ( Google Workspace Essentials Starter को छोड़कर), और
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(d) Google Workspace for Education Plus.
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15.2 इलेक्ट्रॉनिक तरीके से दस्तावेज़ों का लेन-देन. इलेक्ट्रॉनिक हस्ताक्षर की सुविधा इस्तेमाल करने वाले ग्राहक या असली उपयोगकर्ता अन्य पक्षों के साथ ज़रूरी दस्तावेज़ों का लेन-देन इलेक्ट्रॉनिक तरीके से करेंगे. ऐसा हो सकता है कि अन्य पक्ष भी असली उपयोगकर्ता हों. हम साफ़ शब्दों में बताना चाहते हैं कि Google की इलेक्ट्रॉनिक हस्ताक्षर सुविधा इस्तेमाल करके, अगर किसी दस्तावेज़ में हस्ताक्षर ("इलेक्ट्रॉनिक हस्ताक्षर किया गया एक दस्तावेज़") या कोई कानूनी समझौता किया जाता है, तो इसका यह मतलब नहीं है कि Google उस समझौते का हिस्सा है या उसे मानने के लिए कानूनी रूप से बाध्य है.
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15.3 स्थानीय कानूनी शर्तें और कॉन्टेंट से जुड़ी ज़िम्मेदारी. इलेक्ट्रॉनिक हस्ताक्षर की सुविधा का इस्तेमाल करके, किसी दस्तावेज़ पर हस्ताक्षर करने या कोई कानूनी समझौता करने वाले ग्राहक और असली उपयोगकर्ता इनके लिए ज़िम्मेदार होते हैं:
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(a) दस्तावेज़ का कॉन्टेंट,
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(b) उन्हें इस बात की पुष्टि करनी होती है कि सभी अधिकार क्षेत्रों में लागू कानून, हाथ से हस्ताक्षर करने के बजाय इलेक्ट्रॉनिक तरीके से हस्ताक्षर करने या कानूनी समझौता करने की अनुमति देते हों, और
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(c) उन्हें यह पक्का करना होता है कि हस्ताक्षर वाले दस्तावेज़ या कानूनी समझौते को सभी संबंधित अधिकार क्षेत्रों में कानूनी तौर पर मान्यता दिलाने या उसे इस्तेमाल किए जाने लायक बनाने के लिए, सभी ज़रूरी शर्तें पूरी की गई हों. इनमें दस्तावेज़ की कैटगरी से जुड़ी शर्तें भी शामिल हैं (जैसे, गवाहों की ज़रूरत).
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15.4 डिसक्लेमर. Google, लागू कानून के दायरे में इलेक्ट्रॉनिक हस्ताक्षर किए गए किसी दस्तावेज़ को किसी भी अधिकार क्षेत्र में कानूनी मान्यता दिलाने या उसमें लिखी शर्तें लागू कराने से जुड़ी किसी भी तरह की वारंटी देने का वादा नहीं करता है और इससे जुड़ी किसी भी तरह की ज़िम्मेदारी नहीं लेता है.
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15.5 हस्ताक्षर करने वाले व्यक्ति की पहचान और उसके अधिकार. जिस व्यक्ति से इलेक्ट्रॉनिक हस्ताक्षर का अनुरोध किया जा रहा है उसकी पहचान, ईमेल पते, और हस्ताक्षर करने से जुड़े अधिकार की पुष्टि करने की ज़िम्मेदारी, ग्राहक और असली उपयोगकर्ताओं की होती है. ग्राहक को यह पक्का करना होता है कि उसकी ओर से अधिकृत असली उपयोगकर्ता ही इलेक्ट्रॉनिक हस्ताक्षर की सुविधा का इस्तेमाल करके, कोई कानूनी समझौता करें या किसी दस्तावेज़ पर हस्ताक्षर करें.
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15.6 हस्ताक्षर करने वाले व्यक्ति के लिए शर्तें. जिस व्यक्ति से इलेक्ट्रॉनिक हस्ताक्षर करने का अनुरोध किया गया है उसको अलग-अलग शर्तें (इनमें Google की सेवा की शर्तें और हस्ताक्षर करने वाले व्यक्ति के लिए, इलेक्ट्रॉनिक हस्ताक्षर से जुड़ी अतिरिक्त शर्तें या इलेक्ट्रॉनिक हस्ताक्षर से जुड़ी अतिरिक्त शर्तें शामिल हैं) स्वीकार करनी पड़ सकती हैं. हालांकि, किसी असली उपयोगकर्ता को इलेक्ट्रॉनिक हस्ताक्षर करने के लिए मिलने वाले हर अनुरोध पर यह कानूनी समझौता लागू होगा.
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15.7 इलेक्ट्रॉनिक हस्ताक्षर किए गए दस्तावेज़ों की कॉपी और स्टोरेज.
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(a) Google, हस्ताक्षर करने वाले सभी लोगों को इलेक्ट्रॉनिक हस्ताक्षर किए गए दस्तावेज़ों की कॉपी ईमेल करने और उनके Google Drive खाते में सेव करने की कोशिश करेगा. हालांकि, वह इसकी गारंटी नहीं देता है. उदाहरण के लिए, हो सकता है कि हस्ताक्षर करने वाले लोगों को स्पैम फ़िल्टर की वजह से Google का ईमेल न मिले, उनके पास Drive खाता न हो या खाते में ज़रूरत के मुताबिक जगह न हो.
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(b) इलेक्ट्रॉनिक हस्ताक्षर किए गए दस्तावेज़ों की कॉपी को सेव करने और उनका बैक अप लेने की ज़िम्मेदारी ग्राहक और असली उपयोगकर्ताओं की होती है. इसके अलावा, इलेक्ट्रॉनिक हस्ताक्षर का अनुरोध भेजने के बाद, उसकी पुष्टि करने या Google Drive में इलेक्ट्रॉनिक हस्ताक्षर किए गए दस्तावेज़ों की सेव की गई कॉपी को ऐक्सेस करने की अनुमति में बदलाव करने की ज़िम्मेदारी भी इन्हीं लोगों की होती है. साथ ही, ग्राहक और असली उपयोगकर्ता इस बात के लिए भी ज़िम्मेदार होते हैं कि सभी पक्षों को इलेक्ट्रॉनिक हस्ताक्षर किए गए दस्तावेज़ों की कॉपी मिलें और उन कॉपी को सेव किया जाए.
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15.8 हस्ताक्षर की जानकारी और दस्तावेज़ का ऐक्सेस. इलेक्ट्रॉनिक हस्ताक्षर किए गए दस्तावेज़ों की कॉपी में (इसमें उनके ऑडिट ट्रेल भी शामिल हैं) यह जानकारी हो सकती है: सर्टिफ़िकेट आधारित हस्ताक्षर, जिनसे हस्ताक्षर करने वाले पक्षों का पता लगाने में मदद मिलती है. साथ ही, हस्ताक्षर करने वाले लोगों के ईमेल पते, Google खाते (जैसे, असली पहचान बताने वाले आइडेंटिफ़ायर की जगह इस्तेमाल होने वाला आइडेंटिफ़ायर), डिवाइस (जैसे, आईपी पते), और अन्य जानकारी (जैसे, हस्ताक्षरों की तारीखें और समय) भी मिलती है. Cloud डेटा प्रोसेसिंग अडेंडम के तहत, Google की जवाबदेही पर कोई असर डाले बिना, ग्राहक और असली उपयोगकर्ता इस बात को स्वीकार करते हैं कि जिस व्यक्ति के पास इलेक्ट्रॉनिक हस्ताक्षर किए गए दस्तावेज़ का ऐक्सेस होगा वह इस सेक्शन में दी गई जानकारी देख पाएगा.
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15.9 इलेक्ट्रॉनिक हस्ताक्षर के लिए, अलग-अलग क्षेत्रों में लागू शर्तें.
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ब्राज़ील. ब्राज़ील में इलेक्ट्रॉनिक हस्ताक्षर किए गए दस्तावेज़ों का इस्तेमाल करने पर, नियमों के उल्लंघन की संभावना ज़्यादा होती है. जैसा कि सेक्शन 15.3 (कॉन्टेंट और कानूनी समझौते की शर्तों की ज़िम्मेदारी) में बताया गया है, इस बात की पुष्टि करने की ज़िम्मेदारी ग्राहक और असली उपयोगकर्ताओं की है कि ब्राज़ील का कानून, किसी दस्तावेज़ पर हस्ताक्षर करने या कानूनी समझौता करने के लिए, इलेक्ट्रॉनिक हस्ताक्षर करने की अनुमति देता है या नहीं.
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16. Assured Controls.
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16.1 सामान्य. ग्राहक के चुने हुए कंट्रोल और सुविधाओं के हिसाब से Google, Assured Controls और Assured Controls Plus के लिए, टीएसएस उपलब्ध कराएगा. इनके बारे में https://support.google.com/a/answer/13880647?hl=en पर जानकारी दी गई है. ग्राहक ने जो कंट्रोल और सुविधाएं चुनी हैं वे उनके कामों के लिए सही हैं या नहीं, यह तय करना ग्राहक की ज़िम्मेदारी होती है.
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16.2 Google के कर्मचारियों के लिए ऐक्सेस कंट्रोल_._ Assured Controls और Assured Controls Plus की सुविधाओं (ऐक्सेस की अनुमति और ऐक्सेस मैनेजमेंट जैसी सुविधाएं) का इस्तेमाल करके, ग्राहक अपने चुने गए डेटा क्षेत्र से बाहर के (ऊपर सेक्शन 1 (डेटा क्षेत्र) में जानकारी दी गई है) Google कर्मचारियों को कुछ प्राइमरी डेटा ऐक्सेस करने से रोक सकता है. इसमें इस्तेमाल नहीं किया जा रहा वह डेटा शामिल है जिसे Assured Controls या Assured Controls Plus के एनवायरमेंट में ("कवर किया गया डेटा") सेव किया गया है. इसके बारे में https://support.google.com/a/answer/10379605?sjid=5723963757357736231-NA पर जानकारी दी गई है.
17. स्टोरेज की सीमाएं. ग्राहक समझता है और सहमत है कि वह Google Workspace की किसी सेवा (इनमें बिना किसी सीमा के Workspace में जनरेटिव एआई की सेवाएं भी शामिल हैं) का इस्तेमाल करते समय, Google Workspace वर्शन में स्टोरेज के लिए तय की गई सीमाएं पार नहीं करेगा और न ही अपने असली उपयोगकर्ताओं को ऐसा करने की अनुमति देगा. इसके बारे में https://support.google.com/a?p=storage_by_edition पर जानकारी दी गई है. इस सेक्शन का उल्लंघन करने वाले ग्राहक के खाते को Google निलंबित कर सकता है.
18. reCAPTCHA के इस्तेमाल से जुड़ी ज़रूरी शर्त. ग्राहक इस बात से सहमत है कि वह अपने असली उपयोगकर्ताओं को साफ़ तौर पर जानकारी देगा कि Google की निजता नीति और सेवा की शर्तों के हिसाब से ही Google Meet में reCAPTCHA का इस्तेमाल किया जा सकता है. Google, reCAPTCHA की मदद से हार्डवेयर और सॉफ़्टवेयर की जानकारी इकट्ठा करता है. उदाहरण के लिए, डिवाइस और ऐप्लिकेशन का डेटा. reCAPTCHA की सेवाएं देने, उनका रखरखाव करने, उन्हें बेहतर बनाने, और सामान्य सुरक्षा के लिए ऐसा करना ज़रूरी है. Google, इस जानकारी का इस्तेमाल किसी दूसरे काम के लिए नहीं करेगा. जैसे, लोगों की दिलचस्पी के हिसाब से विज्ञापन दिखाने के लिए.
19. शुल्क में बदलाव की वजह. कानूनी समझौते के हिसाब से, Google अपनी सेवाओं के शुल्क में बदलाव करता है. ऐसा कई वजहों से किया जा सकता है. इनमें ये शामिल हैं. हालांकि, अन्य वजहें भी हो सकती हैं: (a) सेवाओं को डेवलप करने, उपलब्ध कराने, मेंटेन करने और/या बेचने में लगने वाले शुल्क में बदलाव. जैसे- हार्डवेयर, सॉफ़्टवेयर, लाइसेंस, ऊर्जा, कर्मचारी, और डेटा सेंटर के इन्फ़्रास्ट्रक्चर से जुड़े खर्च, (b) सेवाओं की सुविधाओं, फ़ंक्शन, और कार्यक्षमता को बेहतर बनाना और उनमें बदलाव करना. इनमें नई सुविधाएं और सेवाएं लागू करना भी शामिल है, (c) बाज़ार की मौजूद स्थितियां, मुद्रास्फीति, अपस्फीतिस, और मुद्रा विनिमय की दरों में उतार-चढ़ाव, (d) ऐसे लागू कानूनों, विनियमों, करों या अन्य अनुपालन से जुड़ी शर्तों में बदलाव जिससे सेवाएं उपलब्ध कराने के तरीके या लागत पर प्रभाव पड़ता है, (e) टेक्नोलॉजी और इंडस्ट्री स्टैंडर्ड, और (f) Google की ओर से तीसरे पक्षों को चुकाए जाने वाले शुल्कों में बदलाव.
20. अलग-अलग क्षेत्रों में लागू शर्तें.
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19.1 जापान. अगर किसी ग्राहक का बिलिंग पता जापान का है, तो उसे Gmail, Chat, और Meet की सेवाएं, Google Connect Asia Pacific Pte. Ltd. ("GCAP") उपलब्ध कराएगा. हालांकि, इनवॉइस अब भी Google Asia Pacific Pte. Ltd. ही भेजेगा. Google Asia Pacific Pte. Ltd. सिर्फ़ इन सेवाओं के लिए, GCAP का एक अधिकृत एजेंट है और इसकी तरफ़ से कानूनी समझौता करता है..
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20.2 फ़्रांस. ग्राहक, फ़्रांस के जनरल सिक्योरिटी पॉलिसी फ़ॉर हेल्थ इन्फ़ॉर्मेशन सिस्टम (पीजीएसएसआई-एस) का पालन करेगा.
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